Self-reliance of Indian rural economies post COVID-19: Opportunities and challenges
Meet convener of the national webinar “कोविड-19 के बाद भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था ओं की आत्मनिर्भरता:अवसर एवं चुनौतियां ” Dr Vijay Kumar Tiwari, Joint Secretary NEEV and Organizing Secretary Dr Updesh Verma, Coordinator NEEV. NEEV – National Educational Education Enrichment in Villages a social educational initiative of IIT alumni in association with राजकीय महाविद्यालय सुकरौली कुशीनगर के संयुक्त तत्वावधान में “कोविड-19 के बाद भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था ओं की आत्मनिर्भरता:अवसर एवं चुनौतियां विषय पर एक राष्ट्रीय वेवीनार का आयोजन किया गया वेवीनार के मुख्य अतिथि उ0प्र0 सरकार के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ सतीश द्विवेदी और विशिष्ट अतिथि अंबेडकर महासभा लखनऊ व अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ लाल जी प्रसाद निर्मल जी रहे। अतिथि संबोधन के दौरान डॉ सतीश द्विवेदी जी ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समृद्ध करने हेतु हमारे प्रधानमंत्री मानवीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के वोकल फार लोकल की संकल्पना पर जोर देते हुए अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र के योगदान और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के योगदान में अंतर को स्पष्ट करते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था के योगदान को अधिक महत्वपूर्ण बताया। डॉ निर्मल जी ने बताया कि हमारे देश की प्राचीन अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर ही रही है तभी विश्व गुरू कहलाते थे और दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाएं हमारी ओर आकर्षित हुई। अतः यदि पुनः विश्व समुदाय में भारत का डंका बजाना है तो आत्मनिर्भरता को ध्यान में रखना होगा जिसके लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आत्मनिर्भरता ही महत्वपूर्ण माध्यम हो सकती है। मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के के सहायक महानिदेशक डॉ रणधीर सिंह पोसवाल जी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था केआत्मनिर्भरता हेतु सरकारी स्तर पर चलाए जा रही योजनाओं व परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा किया। दी द उ गोरखपुर विश्वविद्यालय के समाज शास्त्र विभाग के आचार्य व विभागाध्यक्ष डॉ मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि कोविड19 की महामारी ने भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं को आत्मनिर्भर बनने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया है जिसके लिए ग्रामीण समाज के लोगों को आत्मकेन्द्रित होने की सलाह दी। दी द उ गोरखपुर विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के आचार्य व उद्यमिता विशेषज्ञ प्रो अजेय गुप्ता ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आत्मनिर्भरता हेतु उद्यमियो को ग्रामीण स्तर पर छोटे व कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों को भी आवश्यक बताया। हरियाणा सरकार के जल एवं सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता व वेवीनार के वक्ता डॉ शिव सिंह रावत जी ने भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं की आत्मनिर्भरता हेतु कृषकों को कृषि कार्य हेतु सरकारी स्तर पर दी जाने वाली सहुलियत के बारे में विस्तार से बताया। उ0प्र0 न्यायिक सेवा से मैनपुरी के शेशन कोर्ट के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश माननीय अवनीश गौतम व बलिया के सिविल न्यायाधीश माननीय श्री अविनाश कु मिश्र जी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के आत्मनिर्भरता की राह में भूमि अधिग्रहण नियम को और भी सरल और व किसान के हित में करने को महत्वपूर्ण बताया। शिक्षा से चिकित्सक और पेशे से किसान बरेली के डॉ विकास वर्मा ने मानव की भांति फसलों को बिमारी से बचाकर जैविक खेती द्वारा मानव स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण बताया। अहमदाबाद गुजरात के युवा उद्यमी श्री सोनू सिंह ने भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं की आत्मनिर्भरता के लिए अवसरों और बाधाओं को बड़ी ही सरलता पूर्वक विश्लेषित किया।इस वेवीनार के सफल संचालन नींव संस्था के संयोजक व मान्यवर कांशीराम राजकीय महाविद्यालय गाजियाबाद के भौतिकी के सहायक आचार्य एवं आई आई टी दिल्ली के एलूमीनाई एसोसिएशन के सचिव डॉ उपदेश वर्मा व उनकी नींव टीम ने किया। एडवोकेट श्री हरि दत्त वर्मा, अध्यक्ष नीव, vice प्रेसिडेंट Prof बीर पाल सिंह, श्री राजन वार्ष्णेय, प्रोफेसर अनिल मालिक कोषाध्यक्ष , डॉ गीतांजलि कौशिक,सचिव आदि वक्ताओं ने भी ग्रामीण कृषि वा अर्थव्यवस्थाओं के बारे में आपने विचार साझा किए| इस वेवीनार में भारत के लगभग प्रत्येक राज्य से 1500 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। डॉ उपदेश वर्मा जो की नीव संस्था राष्ट्रीय समन्वयक हैं एवं इस गोष्ठी के आयोजन सचिव ,उन्होंने covid 19 महामारी में नीव संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों को बताया साथ ही नीव प्रकाश डाला कि NEEV संस्था के द्वारा अभी तक 2000 परिवारो को सहायता प्रदान की गई एवं 600 से अधिक गरीब बच्चों को यह संस्था अभी तक शिक्षित कर चुकी है वा उनका ये एजुकेशन का कार्य लगातार जारी है। अंत में डॉ उपदेश वर्मा जी ने वेबीनार की सफलता के लिए सभी का धन्यवाद किया। इस प्रकार की नीव संस्था द्वारा करवायी गई पांचवी गोष्ठी थी । डॉ विजय कुमार तिवारी ने डॉ उपदेश वर्मा का सफल संचालन एवं पूर्ण सहयोग के लिए धन्यवाद दिया एवं राष्ट्रीय गोष्ठी के सफल आयोजन NEEV एवं Sukrauli महाविद्यालय के सभी साथियों वा सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। इस वेवीनार में भारत के लगभग प्रत्येक राज्य से 1400 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। वेबिनार का सजीव प्रसारण यूट्यूब के माध्यम से किया गया जिसमें 2000 से जयादा प्रतिभागियों ने सजीव प्रसारण देखा |
डॉ उपदेश वर्मा
आयोजन सचिव व राष्ट्रीय संयोजक नीव
डॉ विजय कुमार तिवारी , प्राचार्य
राजकीय महाविद्यालय सुकरौली व संयुक्त सचिव NEEV
7599182718, [email protected]