Healthy Care with Vegetarianism during Covid-19 / Vegetarianism and Health Management during Covid 19
नीव – जो की आई आई टी के पुरातन छात्रों द्वारा संचालित की जाती है एक सामाजिक संस्था है जो गरीबो और झुग्गीझोपडी के बच्चो को शिक्षित करने का कार्य करती है | आपने ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से जनमानस में जाग्रति का कोविद महामारी के दौरान प्रचार प्रसार कर रही है व अभी तक 20000 से जयादा लोग देश और दुनिया से नीव के द्वारा संचालित ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से जागरूक हो चुके है | इसी श्रंखला में नीव के द्वारा रामभाई राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के साथ मिलकर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया जिसका विषय ” कोविद -19 के दौरान शाकाहार के साथ स्वस्थ की देखभाल / वेजटेरियनिस्म एंड हेल्थ मैनेजमेंट दूरिंग कोविद 19 ” था | ऑनलाइन सम्पन्न कराये वेबीनार के मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ0) सुधीर कुमार तेवतिया, वायसचांसलर लिंगाया विश्वविद्यालय फरीदाबाद, मुख्य संरक्षिका निदेशक प्रोफेसर (डॉ0) वन्दना शर्मा, प्राचार्य शेफाली सिंह एवं विशिष्ठ अतिथि के रूप में क्षेत्रीय उच्चशिक्षा अधिकारी वाराणसी डॉ0 ज्ञान प्रकाश वर्मा, एवं विशेष अतिथि के रूप में डॉ0 मनोज पाण्डेय, वी0एच0यू0 कैंसर विभाग की उपस्थति एवं आशीर्वाद से सम्पन्न हुआ। नीव के कोआडर्नेटर डॉ0 उपदेश वर्मा ने नीव के उद्देश्य कार्यों एवं लक्ष्य के बारे में बताया कि यह एक राष्ट्रीय शिक्षा को सभी तक पहुचाने एवं मुफ्त शिक्षा उन क्षेत्रों और बच्चों के लिए कार्यरत है जो गरीब- पिछड़े एवं छूटे हुए समाज को शिक्षा प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया की नीव द्वारा एक ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने हेतु पोर्टल का निरमंड किया गया है जिसे ौरे देश के सरकारी स्कूलों के बाचो को मुफ्त में शिक्षित होने के लिए प्रदान किया जायेगा जिससे की सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला छात्र व छात्राएं भी इस महमारो के दौरान घर पर रहकर भी शिक्षा से वंचित न हो पाए व पूरी लगन के साथ ऑनलाइन पढ़ाई करे | आई आई टी के पुरातन छात्र रहे डॉ उपदेश वर्मा जी ने बताय की कैसे रोज व्यायाम व शाकाहार को खान पान व व्यहार में लाने से इस कोरोना महामारी से रोग -प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है | बेवीनार मुख्य वक्ता के रूप में डा0 राजीव कुरेले, एम0 डी0 आयुर्वेद, आयुर्वेद विश्वविद्यालय, उत्तराखण्ड, डायटिशियन रीता आनन्द, पी0जी0आर्इ0 लखनऊ, डॉ0 गरिमा उपाध्याय, एसोसियट प्रोफेसर (खाद्य एवं पोषण), वसन्त कन्या महाविद्यालय वाराणसी एवं सीनियर डायटीश्यन शिवालिका भल्ला , चण्डीगढ़ ने अपने सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किये। एक दिवसीय वेबीनार में प्राकृतिक भोज्य पदार्थों के सेवन, भारतीय परंपरागत खान-पान, स्वस्थ जीवन शैली, एवं शरीर की प्रतिक्षा प्रणाली के मजबूत बनाने तथा कोविड-19 से बचने एवं लड़ने की क्षमता अपने अंदर किस प्रकार विकसित कर सकते हैं इस पर विस्तृत चर्चा की गयी, शाकाहारी भोजन हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है इस पर भी प्रकाश डाला गया। विशिष्ठ अतिथि प्रोफेसर (डॉ0) सुधीर कुमार तेवतिया ने बताया कि किस प्रकार नियमित चेकअप और अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देते हुए हम न सिर्फ स्वथ्य रह सकते हैं बल्क अतिरिक्त बजन को भी कम कर सकते हैं, डॉ0 राजीव कुरेले ने आयुर्वेदिक पद्धति द्वारा हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं इसके लिए आवश्यक है कि शुद्ध वायु, पूरी नींद, सही दिनचर्या एवं सकारात्मक विचार हमारे शरीर स्वस्थ रखते हैं तथा प्राकृतिक एवं हर्बल औषधीय भोज्य पदार्थों के सेवन द्वारा अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। एस0जी0पी0जी0आर्इ0 लखनऊ की डायटीश्यन, रीता आनन्द द्वारा विगन खाद्य पदार्थ के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए यह बताया गया कि शाकाहारी खाद्य-पदार्थों को सुनिश्चित मात्रा में नियमित दिनचर्या से किस प्रकार हम अपने स्वास्थ्य सुरक्षित बना सकते हैं। डॉ0 गरिमा उपाध्याय, एसोसिएट प्रो0 (खाद्य एवं पोषण) ने भारतीय परंपरागत खाद्य पदार्थ एवं ऋतुचर्या के महत्व को स्पष्ट करते हुए बताया कि अपने पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखकर ही हम पौष्टिक तत्वों के अवशोषण की क्षमता को सुदृढ़ कर सकते है तभी हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सकती है। गोष्ठी की वक्ता के रूप में डायटीशियन शबालिका भल्ला ने सभी पौष्टिक तत्वों, प्रोटीन, विटामिन, खनिजलवण एवं काबर्हार्इड्रेट के कार्य एवं भूमिका हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में इनके महत्व को स्पष्ट करते हुए विस्तृत जानकारी प्रदान की किस प्रकार शाकाहारी भोज्य पदार्थ लेते हुए हम बेहतर स्वास्थ्य की संकल्पना को साकार कर सकते हैं।
राष्ट्रीय बेवीनार का संचालन डॉ0 उपदेश वर्मा, समन्वयक एवं डॉ0 संगीता, संयोजक के द्वारा किया गया। इस एक दिवसीय बेवीनार में भारत के समस्त राज्यों से और अन्य कर्इ देशों के प्रतिभागियों ने प्रतिभाग जिनमें कुल पंजीकृत 2600 आवेदन हुए जिनमें 500 ने ज़ूम के द्वारा तथा शेष प्रतिभागियों ने यूटयूब के माध्यम से बेवीनार में प्रतिभाग किया। उनके द्वारा यह फीडबैक प्राप्त हुआ कि यह बेवीनार निश्चित रूप से आज की वर्तमान परिस्थति, जिसमें कोरोना संक्रमण का डर और भय है, में लोगों को सकारात्मक रहने तथा उचित खान-पान तथा दिनचर्या से हम किस प्रकार स्वस्थ रह सकते हैं ‘‘ इस पर बहुत ज्ञानार्जन हुआ और यह गोष्ठी स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद्गार साबित होगी। अंत मे प्रतिभागियो के प्रश्न भी लिए गए। और अतिथियों ने उनके प्रश्न का उत्तर दिया। अंत में गोष्ठी व नीव संस्था के संयोजक डॉ0 उपदेश वर्मा के द्वारा के द्वारा समस्त व्याख्यान की आख्या के रूप में यह बताया गया कि प्राकृतिक खाद्य-पदार्थों के सेवन, सकारात्मक सोच को अपनाकर हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं | वैबीनार के अंत मे नीव संस्था के अध्यक्ष एडवोकेट हरिदत्त वर्मा जी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर नीव संस्था की सचिव डॉ0 गीतांजली कौशीक, उपाध्यक्ष प्रोफेसर बीरपाल जी ,राजन वार्ष्णेय, खजानची प्रो0 अनिल कुमार मलिक, संयुक्त सचिव डॉ0 वीजय कुमार तिवारी , डॉ राम प्रजापति , नम्रता , ज्योत्स्ना जी व दुर्गेश, प्रशान्त, कौशल इत्यादि ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी को धन्यवाद दिया।
भवदीय,
डॉ0 उपदेश वर्मा
राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर -नीव
7599182718
(NEEV-National Education Enrichment in Villages- A social education initiative of IIT Alumni)
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